किसान भाई लाखो कमाने के लिए करे गेहूँ की ये टॉप किस्मो की बुआई, होता है अलीलोड उत्पादन

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भारत में गेहूं का बड़े पैमाने पर खेती की जाती है। आज के समय में गेहूं की खेती को आधुनिक तरीके से करने से किसान मालामाल हो रहे हैं। अक्टूबर के महीने में किसान रबी फसलों की बुवाई की तैयारी करने लगते हैं। यदि उच्च गुणवत्ता के बीज बोए जाते हैं तो पैदावार अच्छी होगी। आज हम आपको गेहूं की पांच सुधारित किस्मों के बारे में बताएंगे, जिनको खेतों में बोने से आप अच्छी पैदावार ले सकते हैं और कम समय में मालामाल हो सकते हैं।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR)-भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान करनाल के अनुसार, आप इन गेहूं किस्मों को बोकर मालामाल हो सकते हैं। इन किस्मों से पैदावार बहुत अच्छी होती है और सबसे बड़ी बात यह है कि इनको ज्यादा सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है।

करण नरेंद्र

करण नरेंद्र गेहूं की एक नई किस्म है। यह किस्म 2019 में बाजार में आई थी। इसे 25 अक्टूबर से 25 नवंबर के बीच बोया जा सकता है। इस किस्म के गेहूं से बनी रोटी बहुत अच्छी और मुलायम होती है। इसे 5 से 6 बार सिंचाई की आवश्यकता होती है। यह गेहूं केवल 143 दिनों में काटने के लिए तैयार हो जाता है। आप प्रति हेक्टेयर 60 से 80 क्विंटल पैदावार ले सकते हैं।

करण वंदना

करण वंदना किस्म का गेहूं बीमारियों से नहीं पड़ता है। इस किस्म के गेहूं की खेती मुख्य रूप से गंगा के किनारे के क्षेत्रों में की जाती है। यह फसल 120 दिनों में तैयार हो जाती है और इससे बनी रोटी भी बहुत अच्छी होती है। प्रति हेक्टेयर 75 क्विंटल गेहूं का उत्पादन होता है।

पुसा यशस्वी

पुसा यशस्वी गेहूं की किस्म बहुत अच्छी है और मुख्य रूप से कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में उत्पादित होती है। इस किस्म के गेहूं की फसल बीमारियों से नहीं पड़ती है। आप इसे 5 से 25 नवंबर के बीच बो सकते हैं। इस किस्म से प्रति हेक्टेयर 57.5 से 79.60 क्विंटल पैदावार होती है।

करण श्रीया

यह किस्म जून 2021 में करन श्रीया के नाम से बाजार में आई थी। यह मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में उगाई जाती है। यह 127 दिनों में काटने के लिए तैयार हो जाती है और सबसे अच्छी बात यह है कि यह प्रति हेक्टेयर 75 क्विंटल पैदावार देती है।

DDW 47

DDW 47 गेहूं की सबसे अच्छी किस्म है क्योंकि इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। यह कम समय में काटने के लिए तैयार हो जाती है और इस किस्म के बीजों में रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है। आप इसे अक्टूबर के अंत तक बो सकते हैं।

Maniram Barange

नमस्कार मेरा नाम मनीराम बारंगे है और मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं । मुझे योजना स्कीम और जॉब से जुडी खबरो में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मेरा मकसद है की मैं आपको आप से जुड़ी हर ताजा खबरों की अपडेट देता रहु। ताजा खबरों के लिए आप बने रहे https://aranyacollege.com के साथ । धन्यवाद

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